Friday, December 13, 2019

याद रहेंगे ,भूल तो पाएंगे नहीं कभी। (मेरे प्यारे अतिस्नेही-केयरिंग पति डॉ मधुसूदन पटेलजी को सादर समर्पित

अलविदा ओ जानेवाले ,अलविदा । कर दिया प्रभु के हवाले अलविदा।
हो सके तो लौट के आना  कभी। याद रहेंगे भूल तो न  पाओगे कभी।
हर खुशी तुमको मिले रहें  जहां। रहे सदा मीठी  खुशी ही खुशी वहां।
दे रहीं  हैं हसरतें दिल की दूआ।  अलविदा ओ  जाने वाले अलविदा।
महफिलें अकसर सजाईं  आपने।  रौनकें कितनी  बढ़ाईं हैं आपने ।
ये बहारें  ढूंढ़तीं रहतीं हैं आपको । देखिए ये फिजाएं पूछतीं आपको।
याद जब आएंगे दिल देगा 'सदा'। ढूढेंगे हमपर अब मिलेंगे क्या सदा ।
काविशें  कितनी अधूरी रह गईं।  किस कदर  बातें  अधूरी रह गईं ।
माफ कर देना खताएं हों अगर। प्यार की डालना बस एक नजर।
हूँ बहूत रंजूर (दुःखी)लेकिन अलविदा।
अलविदा ,ओ जानेवाले प्रिय अलविदा।